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खीरे की खेती से किसान भाई हो जाएंगे मालामाल! जानिए बुवाई करने का ये आसान तरीका

खीरे की बुआई मैदानी क्षेत्रों में दो बार की जाती है. गर्मी के मौसम में इसकी बुआई फरवरी से मार्च तक की जाती है. वहीं, बरसात के लिए जून-जुलाई में की जाती है. खीरे की खेती के लिए 32 से 40 डिग्री सेल्सियस तक तापमान उपयुक्त माना जाता है. वहीं, ज्यादा तापमान या अधिक बारिश होने से इसमें रोगों और कीटों का प्रकोप बढ़ जाता है. इसके लिए जल निकासी वाली दोमट एवं बलुई दोमट भूमि उत्तम मानी जाती है.
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खीरे की खेती से किसान भाई हो जाएंगे मालामाल! जानिए बुवाई करने का ये आसान तरीका

Jhalko Media, New Delhi: गर्मी के मौसम में तेज धूप और चिल्लाती गर्मी के बीच शरीर को काफी मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है। ऐसे में गर्मी के सीजन में रसदार फल एवं सब्जियों की डिमांड काफी बढ़ जाती है। इसी क्रम में खीरा भी आता है, जिसमें 80 प्रतिशत तक पानी पाया जाता है। खीरों की डिमांड सालभर रहती है। डिमांड को देखते हुए खीरे की खेती करना किसानों के लिए मुनाफे वाला सौदा साबित हो सकता है। आइए जानते हैं कैसी की जाती है खीरे की खेती.....

खीरे की बुआई मैदानी क्षेत्रों में दो बार की जाती है. गर्मी के मौसम में इसकी बुआई फरवरी से मार्च तक की जाती है. वहीं, बरसात के लिए जून-जुलाई में की जाती है. खीरे की खेती के लिए 32 से 40 डिग्री सेल्सियस तक तापमान उपयुक्त माना जाता है. वहीं, ज्यादा तापमान या अधिक बारिश होने से इसमें रोगों और कीटों का प्रकोप बढ़ जाता है. इसके लिए जल निकासी वाली दोमट एवं बलुई दोमट भूमि उत्तम मानी जाती है.

खीरे की खेती में इन बातों का रखें ख्याल

बुवाई के समय प्रत्येक गड्ढे में 3 से 4 बीज लगाने चाहिए। जब बीज अंकुरित होकर बाहर आ जाएं, तो दो छोड़कर बाकी को उखाड़ देना चाहिए। इसके बाद खेतों में 60 किलो प्रति हेक्टेयर के हिसाब से छिड़काव कर देना चाहिए। ध्यान दें कि पहला छिड़काव बुवाई के समय, फिर पत्तियां आने पर, और अंतिम छिड़काव फूल आने पर करें।

बरसात के मौसम में इसके पौधों को सिचांई की जरूरत नहीं पड़ती है. वहीं शुष्क मौसम में 4 से 5 दिनों के अंतराल में इसकी सिंचाई करते रहना चाहिए. साथ ही खेत में जल निकासी का विशेष प्रबंध करें. वहीं खरपतवार नियत्रंण के लिए जरूरत के अनुसार नदाई-गुड़ाई करते रहना चाहिए.

बड़ा मुनाफा

कृषि विशेषज्ञों की मानें तो एक एकड़ खेत में लगभग 400 क्विंटल तक खीरे का उत्पादन कर सकते हैं. खीरे की खेती से प्रति सीजन 20 से 25 हजार की लागत में आराम से लगभग 80 हजार से एक लाख रुपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं.