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Business News: एक झटके में डूबे डेढ़ लाख करोड़, बुरी तरह बर्बाद होती जा रही ये कंपनी

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Business News: एक झटके में डूबे डेढ़ लाख करोड़, बुरी तरह बर्बाद होती जा रही ये कंपनी
BYJU'S COMPANY: बिज़नेस में उतार चढ़ाव न हो तो बिज़नेस कैसा? लेकिन अगर मुनाफे और घाटे की रकम बड़ी हो जाए तो ये खबर बन जाती है। ऐसा ही भारत की एक कंपनी के साथ हुआ है जिसको एक झटके में 1.50 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ। जैसे ही खबर लीक हुई, हर तरफ सुर्खियां बटोरने लगी है। आइये जानते है पूरी खबर और क्या हुआ इस कंपनी के साथ...

कैसे हुआ लाखों-करोड़ों का नुकसान

आपको बता दें तो एक झटके में 1.50 लाख करोड़ का घाटा खाने वाली कंपनी का नाम बायजूस है। इस कंपनी का नाम तो आपने सुना ही होगा, जी हाँ हम बात कर रहे है देश के लोकप्रिय ऑनलाइन प्लेटफार्म बायजूस की। कंपनी पिछले 2 वर्षों से भारी कर्ज के चलते गहरे आर्थिक संकट से जूझ रही है। इसी बीच बायजूस को एक बड़ी खबर ने सदमे में डाल दिया। दुनिया की सबसे बड़ी एसेट कंपनी ब्लैकरॉक ने बायजू के वैल्युएशन में बड़ी कटौती की है। आपको बता दें तो अमेरिका में इस फर्म की सेमी-एनुअल रिपोर्ट आने के बाद बायजू का वैल्युएशन 22 अरब डॉलर से घटकर 1 बिलियन डॉलर रह गया है। भारतीय रुपयों में अगर देखें तो रकम लगभग 1,83,000 करोड़ से 8300 करोड़ है यानी एक झटके में कंपनी ने वैल्युएशन के लिहाज से 1 लाख करोड़ रुपये गंवा दिए।

एक साल में 1 लाख करोड़ रुपयों का नुकसान 

आपको जानकर सदमा लग सकता है कि कंपनी का यह नुक्सान 1 साल के टाइम में हुआ है। बायजू ने अक्टूबर 2022 में फंड जुटाया था तब इसकी वैल्यूएशन 22 अरब डॉलर आंकी गई थी जो करीब 1,82,000 करोड़ थी। अमेरिकी एसेट मैनेजमेंट कंपनी ब्लैकरॉक के पास बायजू में 1 प्रतिशत से भी कम हिस्सेदारी है।

ऐसे बर्बाद हुई बायजू

बायजू, देश की बेहद लोकप्रिय एडटेक कंपनी है जिसने कोरोना काल में जबरदस्त तरक्की हासिल की, लेकिन महामारी के जाने बाद बायजू धीरे-धीरे बर्बाद होने लगी। दरअसल लॉकडाउन और कोविड प्रतिबंध खत्म होने के बाद ऑनलाइन क्लासेज को लेकर छात्रों की रूचि कम होने लगी। इससे बायजू के कारोबार को बड़ा झटका लगा। कोरोना काल के चलते कंपनी ने जमकर पैसा बनाया था लेकिन कोरोना काल का बुरा दौर खत्म होने के बाद जब ऑनलाइन पड़ने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में कमी आई तो कंपनी को नुकसान होने लगा। इसके बाद कंपनी धीरे-धीरे कर्ज में डूबती चली गई। कंपनी ने भारी पैमाने पर छंटनी की और अपनी संपत्ति बेच रही है। बायजू के फाउंडर बायजू रविंद्रन ने कर्ज चुकाने के लिए अपना घर-मकान तक गिरवी रख दिए।