Jhalko Media

चुनाव से पहले ₹11 तक कम हो सकते हैं पेट्रोल-डीजल के भाव, जानिए क्या है वजह

 | 
चुनाव से पहले ₹11 तक कम हो सकते हैं पेट्रोल-डीजल के भाव, जानिए क्या है वजह
Petrol-Diesel Price: मई 2022 के बाद से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. पेट्रोल के दाम शतक लगाने के करीब पहुंच रहा है. तेल की कीमतों ने लोगों की जेब पर बोझ बढ़ा दिया है, लेकिन अब जल्द ही आपको इसमें राहत मिल सकती है. आम लोगों को चुनाव से पहले आपको महंगाई से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. माना जा रहा है कि जल्द ही पेट्रोल-डीजल की कीमत में बड़ी कटौती हो सकती है. कच्चे तेल का दाम (Crude Oil Price) के दाम में लगातार आ रही गिरावट के बाद उम्मीद है कि पेट्रोल-डीजल की कीमत में कटौती हो सकती हैं. कच्चे तेल की कीमत में लगातार आ रही गिरावट के बाद से उम्मीद की जा रही है कि तेल की कीमत में कटौती की जा सकती है. वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे बनी हुई है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि सरकार इस राहत को लोगों तक पहुंचा सकती है. कच्चे तेल की कीमतों में जारी गिरावट की वजह से तेल कंपनियों का मुनाफा बढ़ा है. ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले सरकार लोगों को तेल के दाम में कटौती कर बड़ी राहत दे सकती है. कितना घट सकते हैं दाम क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए (ICRA) के मुताबिक कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के चलते सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां IOC, HPCL, BPCL हर लीटर पेट्रोल पर 11 रुपये और हर लीटर डीजल पर 6 रुपये का मुनाफा कमा रही हैं. वहीं चर्चा जोरों पर थी कि तेल कंपनियों का मुनाफा दिसंबर तिमाही में 75 हजार करोड रुपए हो सकता है. ऐसे में आईसीआरए को उम्मीद है कि कंपनियों के बढ़े हुए मार्जिन से पेट्रोल-डीजल की खुदरा कीमतों में कमी हो सकती है. उम्मीद है कि अगर वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमत में स्थिरता बनी रही तो जल्द ही पेट्रोल-डीजल के दाम 5 से 10 रुपए प्रति लीटर तक कम हो सकते हैं. क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट जारी पिछले साल सितंबर से ही क्रूड ऑयल की कीमतों में तेज गिरावट का दौर जारी है और अब बेंचमार्क कच्चे तेल की कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल के नीचे कारोबार कर रही है. कच्चे तेल की कीमत में गिरावट के बावजूद सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया. तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल पर क्रमश: 11 रुपये और 6 रुपये प्रति लीटर का मार्केटिंग मार्जिन रखा है. तेल कंपनियों का घाटा भी पट चुका है. ऐसे में अब उम्मीद की जा रही है कि लोकसभा चुनाव से पहले तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल के दाम में बड़ी कटौती कर आम लोगों को राहत दे सकती है. जानकारों की मानें तो सरकार आम चुनाव से पहले पेट्रोल और डीजल के दाम में कटौती कर लोगों को बड़ी राहत दे सकती है.